शिवनी और खातिया में एड. जायसवालने लगाये 10 हजार से अधिक पेड़

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गोंदिया। अपनी व्यस्त राजनैतिक व सामाजिक जिंदगी से समय निकालकर सन 1990 से आज तक एड. वीरेन्द्र जायसवाल ने ग्राम शिवनी व ग्राम खातिया की लगभग 50 एकड़ भूमि में लगभग 10 हजार से अधिक पौधों का संगोपन किया है। इन अधिकांश पेड़ों की उंचाई आज 25 फुट से अधिक हो चुकी है। लगाए गए पेड़ों में सागवन, शीशम, बांस, आम, जामुन, नीम, अरूद, कटहल, नीलगिरी, पलास, आवंला, सुबबूल सहित लगभग 100 से अधिक प्रजातियों के झाड़ों का समावेश है।
पेड़ लगाना व उनकी निरंतर सेवा करके उन्हें बड़ा करना काफी लगन का काम है। पेड़ों को पानी देने के लिए ग्राम शिवनी व ग्राम खातिया में एक-एक कुंए का निर्माण कर उसमें मोटरपंप लगाने के अलावा एक-एक बोरवेल का निर्माण कर उसमें मोटरपंप लगाकर पेड़ों को पानी दिया जाता है। लेकिन अब इन दस हजार पेड़ों को पानी देने की आवश्यकता नहीं है। ग्राम खातिया व ग्राम शिवनी में पानी की भरपूर व्यवस्था होने के कारण दोनों स्थानों पर वनों जैसा माहौल बन चुका है व लगभग 1 लाख से अधिक पक्षीयों का स्थायी निवास भी बन चुका है। पानी की अधिकता के कारण अक्सर 40 से 50 बंदरों के झुंड प्लांटेशन में आकर पानी भी पीते हैं और झाड़ों की पत्तीयों व फलों का सेवन भी करते हैं।
वर्तमान में इन दस हजार पेड़ों का यदी पांच हजार रूपये प्रतिवृक्ष के दर से आकलन किया जाए तो लगभग पांच करोड़ रूपयों के दोनों प्लान्टेशन की कीमत हो चुकी है यह विशेष उल्लेखनीय है। जमीन की कीमत भी पिछले 26 वर्षो में लगभग 50 गुना हो चुकी है।
अपनी लगन व धुन में काम करने वाले एड. वीरेन्द्र जायसवाल आज कल तीन चार मंदिर निर्माण की योजना में जुटे हुए हैं, जिसमें सांई मंदिर गर्रा खुर्द निर्माण पुर्णता की ओर अग्रसर है व आने वाले दो वर्षो में भगवान रामदरबार मंदिर, कलार समाज के देवता भगवान सहस्त्रबाहू मंदिर निर्माण व बुध्दधाम के निर्माण कार्य को पूर्ण करने में जुटे हुए है यह विशेष उल्लेखनीय है।