छत्तीसगड मे पवार समाज को ओबीसी मे सम्मिलीत करने राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ करे पहल

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भिलाई-मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र एंव छत्तीसगड प्रदेश मे बडी तादाद मे पोवार,पवार,भोयर पवार समाज हजारो सालो से रह रहा है। किंतू कुछ पाच सांत सालोसे छ्त्तीसगड सरकारने ओबीसी(पिछडा वर्ग) मे आनेवाले पोवार,पवार समाज को इस सूची से हटा देने से समाज के साथ अन्याय हुआ है। जबकी जिस मध्यप्रदेश राज्य से अलग होकर छत्तीसगड को राज्य का दर्जा दिया उस मध्यप्रदेश मे पोवार,पवार समाज पिछडा वर्ग (ओबीसी)मे आज भी सामील है छत्तीसगड राज्य होने पांच साल बाद तक छत्तीसगड मे भी समाज पिछडा वर्ग (ओबीसी)मे आता था। लेकीन सरकारने पांच साल बाद बनाये पिछडा वर्ग यादी से समाज को वंचित रख कर सवैंधानिक अधिकारोसे वंचित रखा है। इसलिये छत्तीसगड सरकार को ओबीसी महासंघ के माध्यमसे समाज को पिछडा वर्ग(ओबीसी) मे सम्मीलीत करने के लिये प्रयास करने का अनुरोध पवार क्षत्रिय संघ भिलाई के अध्यक्ष लेखसिंह राणा इन्होने राष्ट्रीय ओबीसी (पिछडा वर्ग) महासंघ के राजकीय पक्ष समन्वयक माजी सासंद डाॅ.खुशाल बोपचे,राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के प्रसिध्दी प्रमुख एंव गोंदिया भंडारा जिल्हा ओबीसी संघर्ष कृती समिती के सयोंजक खेमेंद्र कटरे,श्री सिद्दीकी इनके साथ 29 दिसंबर को एक बैठक किया है।
छत्तीसगड के दुर्ग मे 29 दिसंबर को डाॅ.बाबासाहाब आम्बेडकर उत्सव समिती की और से आयोजित दलीत ओबीसी जनचेतना अभियान कार्यक्रम सहभागी होने राष्ट्रीय ओबीसी (पिछडा वर्ग) महासंघ के राजकीय पक्ष समन्वयक पुर्व सासंद डाॅ.खुशाल बोपचे,राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के प्रसिध्दी प्रमुख एंव गोंदिया भंडारा जिल्हा ओबीसी संघर्ष कृती समिती के सयोंजक खेमेंद्र कटरे,श्री सिद्दीकी आये थे। तब भिलाई इकाई पवार क्षत्रिय समाज सगंठन के पदाधिकारीयोसे से छत्तीसगड मे राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के कार्यक्रम काे जनता तक पहुचांने संबधी चर्चा की गयी।इस अवसर पर समाज संगठन के अध्यक्ष लेखसिंह राणा, संचालक नन्दलाल चौधरी,एच.के.बिसेन,अंतर संगठन समन्वय प्रभारी नामदेव बारंगे,उपाध्यक्ष श्यामकिशोर पटले,कोषाध्यक्ष नितिराज रहागंडाले,राध्येशाम देशमुख,डिलेश बोपचे आदी समाजबंधू उपस्थित थे।