राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ की सभा ११ को नागपुर में

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गोंदिया,दि.10.राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ, ओबीसी कृति समिति व ओबीसी में आने वाली सभी जातियां व संगठनों की ओर से आगामी ११ जून को धनवटे नॅशनल महाविद्यालय कांग्रेस नगर नागपुर के सभागृह में दोपहर १२ बजे बैठक का आयोजन किया गया है। उक्त बैठक में दिल्ली में ७ अगस्त को आयोजित राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के द्वितीय महाधिवेशन के तैयारी संदर्भ में समीक्षा व नियोजन किया जाएगा। इसके लिए विदर्भ के साथ ही समीप के मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ राज्य के सभी ओबीसी पदाधिकारी, कार्यकर्ता, विद्यार्थी व अधिकारियों को बड़ी संख्या में उपस्थित रहकर अधिवेशन के नियोजन के संबंध में सहकार्य करने का आह्वान महासंघ के अध्यक्ष प्राचार्य डा. बबनराव तायवाड़े, राजकीय समन्वयक डा. खुशाल बोपचे ने किया है।
उक्त बैठक में प्रमुखता से ओबीसी समाज की जाति निहाय आंकड़ेवारी घोषित करना, ओबीसी समाज के लिए केंद्र में स्वतंत्र मंत्रालय स्थापित करना, मंडल आयोग, नच्चीपन आयोग व स्वामीनाथन आयोग के सभी शिफारिस लागू किया जाए, ओबीसी पर लादी गई असंवैधानिक क्रिमिलियर की शर्त रद्द की जाए, ओबीसी के लिए लोकसभा व विधान सभा में स्वतंत्र मतदार संघ का निर्माण किया जाए, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्गी आयोग को असंवैधानिक दर्जा दिया जाए, ओबीसी किसानों पर वनाधिकार पट्टों के लिए लगाई गई तीन पीढ़ी की शर्त रद्द की जाए आदि मांगे मंजूर कराने के संबंध में चर्चा की जाएगी। राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ का दूसरा अधिवेशन ७ अगस्त को सुबह ११ बजे कान्स्टीट्यूशनल क्लब में आयोजित किया गया है। जिसमें सभी को उपस्थित रहने का आह्वान महासंघ के अध्यक्ष प्राचार्य डा. बबनराव तायवाड़े, राजकीय समन्वयक पूर्व सांसद डा. खुशाल बोपचे, सचिन राजुरकर, खेमेंद्र कटरे, शेषराव येलेकर, शरद वानखेड़े, अजय तुमसरे, गुणेश्वर आरीकर, प्राचार्य अशोक जीवतोड़े, सुषमा भड़, मनोज चव्हाण, जीवन लंजे, बबलू कटरे, संजय पन्नासे, कृष्णा देवासे, बबलू कटरे, प्रमोद भांडारकर, संजय माफले, संजय पिदुरकर, गोपाल सेलोकर, विजय तपाड़कर, पांडुरंग काकडे, रेखा बारहाते, उज्जवला महल्ले, शुभांगी मेश्राम, राजू खड़से आदि ने किया है।