व्यसन मुक्ति का मार्ग अंधेरे से उजाले की ओर – एडवोकेट योगेश अग्रवाल

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परम पूज्य महात्यागी बाबा जुमदेवजी द्वारा दिखाया गया 
-ग्राम नागरा में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ परमात्मा एक सेवक मंडल का विदर्भ स्तरीय महासम्मेलन
गोंदिया – व्यसन मुक्त समाज के लिए संपूर्ण जीवन मानव हित सेवा एवं सर्व संपन्न समाज के लिए त्याग करने वाले समाज सुधारक बाबा जुमदेवजी के दिखाए मार्ग पर चलकर नए समाज का उद्गम करने हेतु परमपूज्य परमात्मा एक सेवक मंडल, बाबा के व्यसन एवं कष्ट मुक्त समाज की परीसंकल्पना को साकार कर रहा है और इसी परिप्रेक्ष्य में आज समाज में बदलाव का वातावरण निर्माण होता दिखाई दे रहा है इसी बदलाव को संकल्पित करने हेतु परमपूज्य परमात्मा एक सेवक मंडल नागपुर शाखा गोंदिया द्वारा ग्राम नागरा गोंदिया में मानव धर्म के विदर्भ स्तरीय भव्य सेवक सम्मेलन का आयोजन 13 जनवरी को हर्षोल्लास के साथ संपन्न किया गया कार्यक्रम में अध्यक्ष के स्थान पर परमपूज्य परमात्मा एक सेवक मंडल नागपुर के अध्यक्ष राजू मदनकरजी, कार्यक्रम के उद्घाटक परमपूज्य परमात्मा एक सेवक मंडल नागपुर के संचालक सूरजलाल अंबुलेजी एवं विशेष अतिथि के रूप में अखिल भारतीय बापू युवा संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष एडवोकेट योगेश अग्रवालजी वही प्रमुख अतिथी विट्ठल क्षीरसागर,सेवकराम दिवटे, फकीरचंद वैद्य, मनोहर देशमुख, बाला नंदनकर, प्रभाकर वैरागड़े, रामदास पत्रे, विनोद अग्रवाल, प्रकाश साहू,युवराज वैद्य, खुशाल जगनाडे, मेहर साहेब, टीटूलाल लिल्हारे, चमनलाल बिसेन,पन्नालाल मचाले, पुष्पा बाई अटराहे,मधु बंसोड़, शोभेलाल कुशराम, केशव कवरे,धनलाल बडगे,  जगन्नाथ सोनकुसरे, मारोतराव राउत, वासुदेव पडोले, सहित सर्व संचालक मंडल परमपूज्य परमात्मा एक सेवक मंडल नागपुर एवं शाखा गोंदिया पदाधिकारीगण आदि उपस्थित थे
कार्यक्रम की प्रस्तावना कार्यकर्ताजी शोभेलाल कुसराम ने रखी व बाबा जुमदेव जी के जीवन चरितार्थ व व्यसन मुक्त समाज पर विस्तारपूर्वक मार्गदर्शन कर महानत्यागी के विचारों से समाज को संबोधित किया
 इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष राजू मदनकरजी ने उपस्थित सेवकों को महानत्यागी बाबा जुमदेवजी के मार्ग पर चल अपने जीवन को संयमित कर भगवत प्राप्ति का मार्ग बताया वह अपने अनुभव उपस्थितो के समक्ष रख़े । उन्होंने परमात्मा एक सेवक मंडल द्वारा किए जा रहे कार्यों का ब्यौरा भी उपस्थितो के समक्ष प्रस्तुत किया
 कार्यक्रम के उद्घाटक सूरजलाल अंबुले ने भी नागपुर मंडल द्वारा गांव-गांव, शहर-शहर में किए जा रहे कार्यों एवं महानत्यागी बाबा के विचारों को अपने मार्गदर्शन के माध्यम से सेवकों को जानकारी दी व सभी से आवाहन किया कि व्यसनों से मुक्त हो व बेहतर समाज में सफल जीवन का आनंद उठाएं । उन्होंने जानकारी दी कि आज अनेको समाज बंधु इस मार्ग पर चलकर सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं हमें भी प्रण करना चाहिए और बाबा के दिखाए गए रास्ते को आत्मसात करना चाहिए ।
 कार्यक्रम के विशेष अतिथि अखिल भारतीय बापू युवा संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष एवं सामाजिक कार्यकर्ता एड. योगेश अग्रवाल ने अपने विचारों की शुरुआत साने गुरुजी की दो पंक्ति के दोहे से कि । उन्होंने कहा – खरा तो एकची धर्म जगाला प्रेम अर्पावे जगीजे हिन् अति पतित जगीजेे दिन पतदलित त्या जाउनी उठवावे जगाला प्रेम अर्पावे – अथार्थ जो समाज शोषित है, पीड़ित है, दिन दुखियारा है, व्यसनी है,ऐसे लोगों का विचारों के माध्यम से उत्थान करना ही इस पंक्ति का मुख्य सार है सही मायने में मानव धर्म है जो कार्य परमपूज्य परमात्मा एक सेवक मंडल समाज के लिए कर रहा है वह समाज में बंधुभाव व प्रेम भाव का निर्माण कर रहा है । जब-जब समाज ईश्वर के दिखाए पुण्य मार्ग से भटक कर बुरी आदतों व्यसनों और बुराइयों की तरफ बढ़ा है तब तब उस समाज को गर्द से बाहर निकालने के लिए ईश्वर ने हमारे बीच एक महान संत, समाज सुधारक, त्यागी बाबा को भेजा है जो हमारे पापों से हमें छुटकारा कैसे मिले और ईश्वर की तरफ जाकर भगवत प्राप्ति कैसे करें का ईश्वरीय रास्ता दिखाया है ।
 एड. अग्रवाल ने कहा महान त्यागी बाबा जुमदेवजी भी उन्हीं परमात्मा के एक पवित्र सेवक थे जिन्होंने व्यसनमुक्त अंधश्रद्धा मुक्त समाज की परिकल्पना कर समाज को परमात्मा से जोड़ने, उनके पद पर चलने का रास्ता दिखा कर समाज को नई दिशा देने का कार्य किया। ऐसे परम महान त्यागी बाबा जुमदेव को मैं नमन करता हूं जिन्होंने अपना सारा जीवन सिर्फ समाज उत्थान,उसके भविष्य के लिए समर्पित किया । समयोचित अपने विचारों से विनोद अग्रवाल केशव कवरें, मधुजी बंसोड़, विठ्ठलराव क्षीरसागर, सेवक दिवटे, मेहर साहब,जगन्नाथ सोनकुसरे, मारुतराव राउत, वासुदेव पडोले आदि ने भी उपस्थितो को मार्गदर्शन किया कार्यक्रम का संचालन मधुसूदन जी बंसोड ने किया
 कार्यक्रम की सफलतार्थ कार्यक्रम कार्यकारिणी के अध्यक्ष भंवरलाल जी जौजारे, विकास जी मारवाड़ी, सुनील घोड़मारे, गोपीचंद जगजीत, महेंद्र बिरणवार, तिलक हलमारे, मनोज बघेल,विजय मचाडे ,बंटी मस्करे, संतराम भोयर, लक्ष्मीचंद मस्करें ,शंकर भोयर, जीवराज जी नागपुरे ,दुलीचंद भेदरे, मुकेश गंगभोज, नेतलाल भोयर,निलेश गावस्कर,धनलाल बडगे, हंसराज मारवाड़ी,हंसराज भोयर,हिवराज ठक्कर, शंकर खरे, सलाहकार समिति के सिंधुजी कावरे, लव कड़नायके, रामप्रसाद कापसे, धनलाल बड़गे, मिताराम वनवे, सुखचंद राउत, पांडुरंग मानकर , दिलीपजी सोनवाने, रमेश सहारे , जितेंद्र उइके, सम्पतजी जमदाड़ ने अथक प्रयास किया। आभार प्रदर्शन दिलीप सोनवाने ने माना।