नीतीश की मांझी को चेतावनी, जरूरत पड़ी तो करा देंगे विधायकों की परेड

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पटना. केंद्रीय नेतृत्‍व के खिलाफ बागी हुए बिहार के सीएम जीतनराम मांझी को शनिवार को झटका लगा। जदयू विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार ने उन्हें खुली चुनौती दी कि संख्या बल उनके (नीतीश) साथ है और जरूरत पड़ी तो वह विधायकों की परेड भी करवा देंगे। वहीं, राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा, ”मांझी भाजपा के इशारों पर काम कर रहे हैं। मांझी सरकार में जो भी नीतीश समर्थक मंत्री हैं, वे आज ही अपना इस्तीफा दे देंगे। सोमवार को हम गर्वनर के पास अपने विधायकों की परेड कराएंगे। इसके बाद सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।”

नीतीश के नेता चुने जाने से पहले मांझी ने कैबिनेट की बैठक बुला कर अपने समर्थक मंत्री नरेंद्र सिंह से विधानसभा भंग करवाने की सिफारिश पेश करवा दी। इसका समर्थन केवल सात मंत्रियों ने किया। कैबिनेट की बैठक के बाद बिहार सरकार ने प्रेस रिलीज जारी करके कहा कि जीतनराम मांझी विधानसभा भंग करने के लिए अधिकृत हैं। उधर, नीतीश कुमार सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। इस बीच, दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के दफ्तर पर बैठक हुई। इसमें बिहार के वर्तमान राजनीतिक हालात और विधानसभा भंग होने की दशा में उठाए जाने वाले कदम की रूपरेखा तैयार की गई।
इससे पहले, मांझी और पूर्व मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के बीच जारी गतिरोध को दूर करने की कोशिश की गई। नीतीश के घर शरद यादव ने कई विधायकों की मौजूदगी में बीच का रास्‍ता निकालने की कोशिश की थी। इस मीटिंग में नीतीश, मांझी और शरद यादव के अलावा वशिष्ठ नारायण सिंह, विजेंद्र यादव, नरेंद्र सिंह, आदि नेता मौजूद थे। इसमें मांझी ने शर्त रखी कि उन्हें सीएम बने रहने दिया जाए। उन्‍होंने विधानमंडल दल की प्रस्तावित बैठक रद्द करने की भी शर्त रखी। बात नहीं बनी तो मांझी कैबिनेट की मीटिंग में चले गए।