ईवीएम के साथ छेड़छाड़ और संविधान में संशोधन स्वीकार नहीं . फौजिया खान

0
23
जिला महिला राष्ट्रवादी कांग्रेस की गोंदिया शहर में भव्य बैठक आयोजित
17 जुलाई को भारी संख्या में नागपुर पहुंचकर ईवीएम और मनु स्मृति की होली जलाने का लिया महिलाओं ने संकल्प
गोंदिया दि.७ ःमहिला राष्ट्रवादी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष फौजिया खान ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर हमले किये। श्रीमती खान ने कहा कि भाजपा देश को खोखला करने में और नफरत की हवाएं फैलाने की राजनीति करके राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास कर रही हैए लेकिन भाजपा का एैसा करने भाजपा नेताओं के लिये व्यक्तिगत फायदेमंद तो है लेकिन देश के लिये खतरनाक। आपने कहा कि देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैए आज पुरे विश्व में भारत को महिलाओं के लिये सबसे ज्यादा असुरक्षित देश बताया जा रहा हैए छोटी छोटी बच्चियां बलात्कार और गैंगरैप की शिकार हो रही हैए वहीं सबसे ज्यादा शर्र्मनाक यह है कि भाजपा के 20 से ज्यादा विधायक महिलाओं के शोषण के आरोपी है। श्रीमती खान ने उन्नाव का हवाला देते हुए कहा कि एक तरफ एक नाबालिग के साथ भाजपा के विधायक ने बलात्कार किया तो वहीं बलात्कार पिडि़ता के पिता की पुलिस थाने में हत्या कर दी गई। इसके बाद भी भाजपा के नेता विधायक को बचाने का प्रयास करते रहे।
फौजिया खान ने कहा कि देश में अब निष्पक्ष चुनाव भी नहीं हो रहे हैंए चुनाव आयोग की भूमिका भी संदिग्ध है और भाजपा ईवीएम का अपने फायदे के लिये उपयोग कर रही है। आपने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री की बजाए प्रसार मंत्री करार दियाए और कहा कि प्रधानमंत्री को विदेशों में घुमने और बार बार मन की बात कहने से फुर्सत नहीं है। प्रधानमंत्री बातों में दूनिया भर की चिंता बताते हैं लेकिन महिला अत्याचारों के मामलों में मूंह भी नहीं खोलते। फौजिया खान ने कहा कि पीएम मोदी संविधान के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं और हमारे मौलिक अधिकारों को खत्म करने का षडयंत्र कर रहे हैंए एैसे में महिला राष्ट्रवादी कांग्रेस की महिलाओं ने स्वतंत्र सैनिक की तरह एक और आजादी की लड़ाई लडऩे का संकल्प लिया है। नागपुर में आयोजित बड़े आंदोलन के रुप में हम 17 जुलाई को ईवीएम और मनु स्मृति की होली जलाकर भाजपा सरकार के खिलाफ शंखनाद करेंगे। आपने अधिक से अधिक संख्या में महिलाओं से नागपुर पहुंचकर आंदोलन में शामिल होने का आहवान किया।
श्रीमती सुरेखाताई ठाकरे ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम उस गौरवशाली देश के नागरिक हैं जहां ना सिर्फ प्रत्येक पुरुष एवं महिलाओं को समान अधिकार प्राप्त हैंए लेकिन भाजपा एैसे संविधान के साथ खिलवाड़ करते हुए महिलाओं को पुनरू कमजोर करने में लगी हुई है। देश में महिलाओं और छोटी बच्चियों के साथ कितने गैंगरैप हो रहे हैं लेकिन एैसे गंभीर विषय पर और महिलाओं की सुरक्षा के सवाल पर प्रधानमंत्री ने कभी दो शब्द तक नहीं कहे। आपने कहा कि विदर्भ में सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या कर रहे हैंए सरकार बनाने के पहले पीएम मोदी ने 2 करोड़ यूवाओं को रोजगार देने का वादा किया थाए मैं पूछती हूं कि चार साल बीत चुके हैंए कहां है वो 2 करोड़ रोजगार। सुलेखा ताई ने आरोप लगाया कि भाजपा कौरवों की तरह द्रौपदी का चीरहरण कर रही हैए और प्रधानमंत्री धृतराश्ट‘ की तरह तमाशा देख रहे हैं। महिलाओं की रक्षा और संविधान की सुरक्षा के लिये अब हमें देश की आजादी की लड़ाई की तरह एक लड़ाई और लडऩी होगी।
महिला राष्ट्रवादी कांग्रेस की जिलाध्यक्ष राजलक्ष्मी तुरकर ने आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए सर्वप्रथम सावित्रीताई फुले को अपना आदर्श बताते हुए प्रणाम कियाए एवं इसके बाद उन्होंने महिला की स्थिति पर चिंतन व्यक्त करते हुए अब अपनी रक्षा और सुरक्षा के लिये दुर्गा और झांसी की रानी बनने का आहवान किया। श्रीमती तुरकर ने कहा कि जबसे भाजपा की सरकार देश में बनी हैए महिलाओं पर अत्याचार कई गुना बढ़ गया है। छोटी छोटी अबोध बच्चियां बलात्कार और गैंगरैप की शिकार हो रही हैए इससे बड़ा देश का दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि भाजपा के दर्जनों विधायकों और नेताओं पर बलात्कार के आरोप हैं और भाजपा सरकार उन्हें बचाने के लिये पूरी ताकत लगा देती है। आपने कहा कि महिलाओं के अलावा हमारे बेरोजगार यूवाओंए किसानोंए मजदूरों और घरेलु महिलाओं का भी भाजपा शोषण कर रही हैए और भाजपा के शोषण से बचाने के लिये एैसी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिये महिलाओं को आगे आना होगा।
मंचपर श्रीमती फौजिया खान के साथ,पुणा की पुर्व महापौर राजलक्ष्मी भोसले, श्रीमती सुलेखाताई ठाकरे, जिला महिला अध्यक्ष राजलक्ष्मी तुरकर ,सुशिला भालेराव, आशाताई पाटील, छाया चैहान, उशा किंदरले, नीता रहांगडाले, खुष्बु टेंभरे, प्रिया हरिनखेडे, कुंदा दोनोडे, दुर्गा तिराले, वंदना बोरकर, लता रहांगडाले, ममता बैस, सविता मुदलियार, नाजुका कुंभरे, ललिता चैरागडे, विणा बिसेन, प्रिती रामटेके, सुनिता मडावी, रजनी गौतम, अनिता तुरकर, गायत्री साबळे, कविता रहांगडाले, चित्रलेखा मिश्रा, सुमन बिसेन, रजनी गिरुहेपुंजे,  चित्रलेखा मिश्रा, चंद्रकला पटले, माया षरणागत, संध्या गजभिये, कितरू पटले, रीता लांजेवार, मीना पारधी, माया कोल्हे, डिलेष्वरी लिल्हारे, ज्योसना टेंभूणरूकर, मंजुळा लांजेवार, सुनिता दोनोडे, जया धावडे, इंदु परषुरामकर, साहिन मिर्झा, राजश्री उपवंषी, ज्योत्सना टंेभूर्णे, सुषिला हलमारे, वंदना बंसोड, उशा हर्शे, पारवता चांदेवार, देविका नागपुरे , कल्पना बहेकार, सहित बड़ी संख्या में महिला उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन रजनी गौतम ने किया ।