NAF की वोटिंग प्रक्रिया में ५७ लाख से अधिक लोगों नि लिया हिस्सा

0
8

नई दिल्ली,5 सितंबर-  ५७ लाख से अधिक लोगों ने नेशनल एजेंडा फोरम ((NAF) की वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा लिया और इस प्लेटफॉर्म के जरिए समकालीन भारत के लिए एजेंडा तय किया। पूरे  NAF इकोसिस्टमके सामूहिक प्रयास से NAF सफल हुआ. जिसमें सबसे बड़ा योगदान १ लाख से अधिक पार्ट टाइम एसोसिएट्स(PTA)का था, जिन्होंने हमारे साथ मिलकर देश का एजेंडा चुनने के इस अभियानमें अहम योगदान दिया।

महात्मा गांधी के १५०वीं जयंती वर्ष के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमिटी(I-PAC) ने नेशनल एजेंडा फोरम (NAF) लॉन्च किया है।NAF गांधीजीके १८-सूत्रीय रचनात्मक कार्यक्रम पर चर्चा को पुनर्जीवित करने और इस चर्चा के ज़रिए देश की प्राथमिकताओं को पुनर्कल्पित और सहनिर्मित कर,समकालीन भारत के लिए क्रियान्वयन योग्य एजेंडा तैयार करने का एक प्रयास है।NAF देश के नागरिकों को ४ कार्य-बिन्दुओं के लिए एकजुट करने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया है- १. सोच को आगे बढ़ाना २. एजेंडा तय करना ३. नेता चुनना ४. राष्ट्र के लिए अभियान करना।

NAF को देश के ५३० जिलों के १,७८८ कॉलेजों के २५,००० से अधिक युवा एसोसिएट्स ने मिलकर २९ जून २०१८ को लॉन्च किया था। दो महीने की वोटिंग प्रक्रिया के दौरान ५७ लाख लोगों ने इसमें हिस्सा लिया। NAF को सामाजिक संगठन, मशहूर टीवी एवं फिल्म सेलिब्रिटी, स्पोर्ट्स चैंपियन, पद्म पुरस्कार विजेता, प्रतिष्ठित गांधीवादी, कई शख़्सियतों एवं १ लाख से अधिक युवा एसोसिएट्स समेत हर वर्ग का समर्थन मिला है।

पिछले दो महीने के दौरान, NAF ने ऑनलाइन हिस्सेदारी के अलावानिम्नलिखित कार्यक्रम किएः
— ८४ जिलों के ७७७ कॉलेजों में NAF  फील्ड डायलॉग का आयोजन किया गया।
— यूनेस्को-एमजीआईईपी के साथ मिलकर हैदराबाद और चेन्नई में २ इंस्टा-मीट का आयोजन किया गया।
— ५,००० डब्बावालों ने NAF  का समर्थन किया और NAF  का टैग लगाकर २०,००० टिफिन पहुंचाए।
— आखिर में,I-PAC ऑफिस में ६ प्रतिष्ठित शख़्सियतों की मौजूदगी में NAF डायलॉग (वेबीनार) का आयोजन किया गया।

नेशनल एजेंडा फोरम के तहत लोगों द्वारा देश के लिए चुनी गई १० प्राथमिकताएं:
१. महिलाएं: महिलाओं का सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण इस आधार पर सुनिश्चित करना कि पुरुष और महिला समान अधिकार वाले सहभागी हैं।
२. किसान: किसानों के हितों की रक्षा करना और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए उनका शोषण किए बिना आत्मनिर्भर बनने में उनकी सहायता करना।
३. आर्थिक समानता: संपोषणीयवृद्धि एवं विकास सुनिश्चित करना, आर्थिक असमानता को कम करना तथा मानवीय दृष्टिकोण के साथ समान विकास को प्रोत्साहित करना।
४. विद्यार्थी: युवाओंके लिए एक ऐसा वातावरण विकसित करना जिसमें वो राष्ट्रनिर्माण में अर्थपूर्ण भागीदारी एवं निरंतर प्रभावी योगदान दे सकें।
५. आरोग्य के नियमों की शिक्षा: नागरिकों में स्वयं और समाज हेतु स्वच्छ जल, भोजन एवं शुद्ध वायु की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए उन्हें ज्ञान एवं व्यवहार के माध्यम से सशक्त करना।
६. सांप्रदायिक एकता: अन्य समुदाय एवं मत के लोगों से व्यक्तिगत मित्रता एवं परस्पर सम्मान पर आधारित राष्ट्रीय एकता एवं सांप्रदायिक सौहार्द्र को सुनिश्चित करना।
७. प्रान्तीय भाषाएं: नागरिकों की समझ एवं प्रभावी संवाद की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भारतीय भाषाओं के प्रयोग को प्रोत्साहित करना।
८. नई या प्रारंभिक शिक्षा: बच्चों को  आदर्श नागरिक बनाना एवं उन्हें भारतीय संस्कृति तथा उसकी वास्तविकताओं पर आधारित शिक्षा के माध्यम से उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाना।
९. ग्राम स्वच्छता: मानवीय निवासस्थलों को ‘स्वच्छता के मॉडल के रूप में विकसित कर सफाई की भावनाको मजबूत करना एवं खुले में शौच की प्रथाको समाप्त करना।
१०. प्रौढ़ शिक्षा: अज्ञानता दूर करने, वैश्विक नजरिए का दायरा बढ़ाने और रोजगार क्षमताओं को बढ़ाने वाले कौशल अर्जित करने के लक्ष्यसे सतत शिक्षा का समर्थन करना।
जनता के एजेंडे को अपनाने एवं अमल में लाने योग्य  २ प्रमुख नेताः  नरेंद्र मोदी ,राहुल गांधी, 4 प्रमुख मुख्यमंत्री – अरविंद केजरीवाल,ममता बनर्जी,नवीन पटनायक एंव नीतीश कुमार का समावेश है।