नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व का सदस्य वेट्टी रामा सरेंडर

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रायपूर,दि.14 सितबंरः- छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व का सदस्य वेट्टी रामा ने गुरुवार को पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया. पुलिस सूत्रों का दावा है कि नक्सलियों की लगभग सभी बड़ी हिंसाओं में वेट्टी रामा की भूमिका रही है. वे​ट्टी रामा बीते 23 वर्षों से नक्सल संगठन में सक्रिय भूमिका थी. नक्सल संगठन की नीतियों से परेशान होकर रामा ने सरेंडर करने का निर्णय लिया है. सुकमा पुलिस मुख्यालय में रामा ने दोपहर करीब डेढ़ बजे सरेंडर किया.

बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा के सामने समर्पण करने वाला वेट्‌टी रामा बचपन से ही नक्सली दलम में शामिल हो गया था। रामा के अलावा उसकी प|ी और बहन भी नक्सलियों के लिए काम करते रहे। इस पूरे परिवार के नक्सली दलम में खासी दखल थी इस बीच गुरूवार को रामा ने प|ी और बहन को नक्सली संगठन छोड़ते हुए समर्पण कर दिया है। वेट्टी की कहानी भी बड़ी अनोखी है। गगनपल्ली गांव का रहने वाला 40 वर्षीय वेट्टी रामा 17 साल की उम्र में 1995 में बतौर संघम सदस्य के रूप नक्सली संगठन से अधिकारिक तौर पर जुड़ा। उसकी प|ी वेट्टी जोगी नक्सली संगठन में बतौर मिलिशिया पंचायत डॉक्टर के रूप में सक्रिय है। उसकी बहन वेट्‌टी कन्नी भी नक्सली संगठन में है और वर्तमान में वह केएएमएस इंचार्ज कोंटा एरिया कमेटी के पद पर है। उस पर भी करीब दस लाख रुपए का इनाम घोषित है।

वेट्‌टी रामा काे बीते 23 वर्षों में संगठन में कई जिम्मेदारियां मिली। पहले नक्सलियों ने उसे 2003 में गगनपल्ली गांव का डीएकेएमएस अध्यक्ष बनाया। 2006 में भेज्जी एलओएस सदस्य के रुप में उसे नई जिम्मेदारी दी गई। एक वर्ष बाद उसे भेज्जी एलओएस कमांडर के रूप में प्रमोट किया गया। 2011 तक भेज्जी एलओएस कमांडर रहने के बाद रामा को कोंटा एरिया जनताना सरकार का अध्यक्ष बनाया गया। वह चार साल तक इस पद पर रहा। कोंटा एरिया कमेटी में विकल्प के रुप में डीवीसी मेंबर के रुप में सक्रिय रहने के अलवा रामा साल 2014 से लेकर अब तक दलम कमेटी कमांडर और नक्सलियों के छात्र संगठन के अध्यक्ष के रुप में सक्रिय रहा। उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में 24 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।