6 विधानसभा क्षेत्र से 98 प्रत्याशियों के फार्म सही,बालाघाट मे त्रिकोणी मुकाबला

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बालाघाट(खेमेंद्र कटरे)। जिले की 6 विधानसभा क्षेत्रों से कुल 105 प्रत्याशियों द्वारा अपने नाम निर्देशन पत्र रिटर्निंग ऑफीसर के समक्ष प्रस्तुत किए गए थे। सोमवार को प्रत्याशियों के नाम निर्देशन पत्रों की जांच का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जिनमें से 98 प्रत्याशियों के फार्म सही पाए गए हैं।जिले के सबसे महत्वपुर्ण सिट बालाघाट से विद्यमान कृषी एंव खाद मंत्री गौरीशंकर बिसेन भाजपा की और से मैदान मे है,तो वही काँग्रेस की और से विश्वसेर भगत को मैदान मे उतारा गया है।भगत को उमीदवारी दि जाने के खिलाप मे काँग्रेस के अनुराग चतुरमोहता ने आप मे शामील होकर मैदान मे अपना तंबु लगा दिया है। जिससे काँग्रेस को परेशानी हो रही वही पवार समाज के दो उम्मीदवार रहने से समाजवादी पार्टी की अनभा मुंजारे को इसबार मौका मिलने के आसार दिख रहे है।जिले हे मुस्लीम,आदिवासी एंव दलीत मतदाताओंने इसबार मत के विभाजन को रोखने की प्लानिंग करने से भाजपा को भी तकलीप होने के आसार दिखाई दे रहे है।

बैहर विधानसभा क्षेत्र से 11, लांजी से 14, परसवाड़ा से 18, बालाघाट से 23, वारासिवनी से 13 व कटंगी से 19 प्रत्याशियों के नाम निर्देशन पत्र सही पाए गए है। जो प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ना चाहेंगे वे अपने नाम निर्देशन पत्र 14 नवंबर 2018 को दोपहर 3 बजे तक वापस लें सकेगें। नाम वापसी के बाद शेष बचे प्रत्याशियों को उसी दिन चुनाव चिन्ह आबंटित कर दिये जायेंगें। विधानसभा क्षेत्र से प्रतिनिधि के निर्वाचन के लिए 28 नवंबर 2018 को निर्धारित मतदान केन्द्रों पर मतदान कराया जाएगा।

विगत विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार बालाघाट विधानसभा में त्रिकोणीय सघर्ष के आसार नजर आ रहे है । विगत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से कमजोर प्रत्याशी चुनावी मैदान मे उतारे जाने के कारण जहाँ एक ओर कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था वही कांग्रेस सम्पूर्ण विधानसभा क्षेत्र में एक भी बूथ जीत नहीं पाई थी जिसके कारण गौरीशंकर बिसेन और अनुभा मुंजारे के बीच सीधी चुनावी मैदान में सीधी लड़ाई हो गई थी । कांग्रेस के द्वारा कमजोर प्रत्याशी उतारे जाने के कारण जहाँ एक ओर सपा प्रत्याशी अनुभा मुंजारे को इसका लाभ मिला था ।इस बार के विधानसभा चुनाव में जहाँ सपा ने पुनः अनुभा मुंजारे पर भरोसा जताया है वही भाजपा ने लगातार जीत कर उनकी सरकार के मंत्री गौरीशंकर बिसेन को चुनावी मैदान मे उतारा है तो इस बार कांग्रेस ने अपनी ओर से मजबूत प्रत्याशी और दो बार सांसद रहे विश्वेश्वर भगत को चुनावी मैदान मे उतारा है जिसके कारण बालाघाट विधानसभा चुनाव और भी रोचक होने के साथ-साथ त्रिकोणीय संघर्ष का केन्द्र बन चुका है l

अनुभा मुंजारे 10 साल तक नगरपालिका अध्यक्ष रह चूकी है वही कांग्रेस से विश्वेश्वर भगत दो बार सांसद रह चुके है तो भाजपा से गौरीशंकर बिसेन विधायक के साथ-साथ दो बार मध्यप्रदेश सरकार में कबिनेट मंत्री रह चुके है इस सभी के कार्यकालों मे देखा जाए तो किसी भी जनप्रतिनिधि की उनके कार्यकाल मे कोई बड़ी उपलब्धि नहीं रही है वही भाजपा के गौरीशंकर बिसेन के द्वारा बनाई नल-जल योजना को ही उनकी एकमात्र उपलब्धि के रूप में देखा जा सकता है ।
सामाजिक वोट बैंक के रूप में देखा जाए तो विधानसभा बालाघाट में सामाजिक तौर पर पवांर समाज सबसे बड़ा वोट बैंक है जिनकी संख्या लगभग 40 हजार के करीब है वही लोधी समाज वोट बैंक 20 हजार के करीब है वही कांग्रेस के द्वारा भी पवांर समाज का प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे जाने के कारण पवांर समाज का वोट बटने के आसार है किन्तु विगत कुछ चुनाव से देखा जा रहा है कि पवांर समाज अपना दावं जितने वाले उम्मीदवार पर ही लगाता है इस बार भी यह देखना रोचक होगा कि पवांर समाज अपना दावं किस प्रत्याशी पर खेलता है और किसे विजयी रथ पर सवार करता है ।

विधानसभा निर्वाचन 2018 की प्रक्रिया के दौरान 12 नवंबर को प्रत्याशियों के नाम निर्देशन पत्रों की जांच का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 109 लांजी से 15 प्रत्याशियों के नाम निर्देशन पत्र जांच में सही पाए गए है। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 109 लांजी से बहुजन समाज पार्टी की मीरा नानाजी समरिते, भारतीय जनता पार्टी के रमेश दिलीप भटेरे, इंडियन नेशनल कांग्रेस की हिना लिखीराम कावरे, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अनाराम ढोक, बहुजन मुक्ति पार्टी के करण सिंह नगपुरे, पीपुल्स पार्टी आफ इंडिया डेमोक्रेटिक के नरेन्द्र जामरे, भारतीय रिपब्लिकन पक्ष के राजकुमार नागेश्वर, आम आदमी पार्टी के हिरालाल पांचे, निर्दलीय अजय साड़ीवाला, अमृतलाल ऊर्फ अमित अवसरे, कमलाप्रसाद मंडलवार, गौतम भिमटे, चुन्नेलाल सुधराम हरदे, विजय बिसेन, मनीष, योगेन्द्र मानेश्वर के नाम निर्देशन पत्र जांच में सही पाए गए है। इस प्रकार विधानसभा क्षेत्र लांजी से 15 प्रत्याशियों के नाम निर्देशन पत्र सही पाए गए है।