नीतीश सरकार ने पेश किया विश्वासमत, मांझी विधानसभा से गैरहाजिर

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पटना. बिहार में नीतीश सरकार ने विधानसभा में अपना विश्‍वासमत पेश कर दिया है। राज्यपाल का अभिभाषण समाप्त होने के बाद सरकार की ओर से विश्वासमत पेश किया गया। नीतीश सरकार को राजद, कांग्रेस और सीपीआई का समर्थन हासिल है। लेकिन बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी विधानसभा से गैरहाजिर हैं।विधानसभा में जदयू , राजद, कांग्रेस और सीपीआई के कुल सदस्यों की संख्या 130 है। कहा जा रहा है कि नीतीश के विरोधी जीतन राम मांझी और उनके समर्थक विधायक भी नीतीश कुमार के पक्ष में अपना मतदान करेंगे। शायद यही वजह है कि जीतन राम मांझी सदन में नहीं हैं। इसके साथ ही दो निर्दलीय विधायकों के भी साथ होने का दावा भी किया जा रहा है।
नीतीश सरकार को बहुमत के लिए 117 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। वैसे, जदयू के करीब दस विधायक मांझी के साथ बताए जा रहे हैं। जदयू की ओर से व्हिप जारी होने के कारण मांझी गुट भी नीतीश के पक्ष में अपना मतदान करेंगे। भाजपा ने विश्‍वासमत प्रस्ताव पर अपने स्टैंड का खुलासा नहीं किया है।
सदन में किसने क्या कहा
बुधवार को सदन की कार्यवाही 11 बजे शुरू हुई। 11.30 बजे राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया। विधानसभा में जदयू विधायक मंजीत सिंह ने सरकार का पक्ष रखा। सिंह ने पूरे घटनाक्रम की चर्चा करते हुए कहा कि इस पूरे प्रकरण में भाजपा का चाल, चेहरा और चरित्र सामने आ गया। सिंह ने मांझी पर भी हमला करते हुए कहा कि उनके अनाप-शनाप बयानों के कारण बिहार और जदयू की पूरे देश में बदनामी हो रही थी, इस कारण हम लोगों ने मांझी को उनके पद से हटाया।
विश्वासमत पर चर्चा करते हुए भाजपा नेता नंद किशोर यादव ने कहा कि जो मक्खन लगाता है, वही चूना लगाता है।