आदिवासी एकता की जरूरत है – कोरोटे

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आमगांव,22 नवबंरःःःआदिवासी समाज बिखरा होने से सतत उपेक्षा का शिकार होते जा रहा है.वर्तमान मे अनुसुचित जाती को मिलने वाली आर्थिक. शैक्षणिक. सामाजिक सुविधा पर हलबा. धनगर. आदी अनेक जाती के लोगोंकी नजर लगी हुयी है.इस कारण अनुसुचित जमाती मे समावेश करने की मांग कर रहे है. जिसका विरोध एवं मुकाबला करने आदिवासी एकता की जरूरत है, उक्ताशय के उदगार महाराष्ट्र प्रदेश काँग्रेस कमेटी के प्रतिनिधी, सहषराम कोरोटे ने ग्राम बाघडोंगरी मे जय गोंडवाना युवा सगामंदी के तत्वावधान मे आयोजित महामानव बिरसा मुंडा जयंती एवं गोंडी धर्म संमेलन तथा सल्ला गांगरा सक्ती पुजन. कार्यक्रम मे प्रमुख अतिथी के तौर पर व्यक्त किये.कार्यक्रम की अध्यक्षता जि.प. सदस्य जियालाल पंधरे ने किया.कार्यक्रम मे रमेश ताराम,वसंत पुराम, सरपंच  खेमराज उईके,राधेशाम टेकाम गंगुटोला, राजेंद्र टेंभरे पोलीस पाटील, सुरेश टेकाम अध्यक्ष सहामादी समिती बाघडोंगरी के अलावा बडी संख्या मे आदिवासी महिला, पुरूष उपस्थित थे.