प्रफुल पटेल बने FIFA कार्यकारी परिषद में चुने जाने वाले पहले भारतीय बने

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नई दिल्‍ली(न्युज एजंसी): अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) के अध्‍यक्ष प्रफुल्ल पटेल शनिवार को फीफा परिषद सदस्‍य के रूप में चुने गया। वह इस प्रतिष्ठित पैनल में प्रवेश करने वाले पहले भारतीय बने। पटेल को 46 में से 38 वोट मिले। एआईएफएफ अध्‍यक्ष चुनाव में जगह पाने के लिए आठ उम्‍मीदवारों में से एक थे, जो 29 वें एएफसी (एशियाई फुटबॉल परिसंघ) कांग्रेस के दौरान कुआलालम्‍पुर, मलेशिया में आयोजित किया गया था। प्रफुल्ल पटेल समेत पांच उम्‍मीदवारों को चुना गया, जिसमें एएफसी अध्‍यक्ष के अलावा 2019-2023 तक के लिए एक महिला सदस्‍य को भी चुना गया।पटेल के चुने जाने के बाद भंडारा-गोंदिया लोकसभा संसदीय क्षेत्र को भी बहोत बडा सन्मान मिला है।ए अल मोहन्‍नदी (कतर), खालिद अवद ए अल्‍थेबिटी (सउदी अरब), मैरियानो वी एरानेटा जूनियर (फिलिपिंस), चुंग मोंग यू (कोरिया रिपब्‍लिक), डू झाओकाई (चीन पीआर), मेहदी ताज (ईरान) और कोजो ताशिमा (जापान) वो अन्‍य सदस्‍य हैं, जिन्‍होंने पांच उपलब्‍ध पदों के लिए हिस्‍सा लिया था।

प्रफुल्ल पटेल ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं। मैं एएफसी के उन सभी सदस्‍यों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जिन्‍होंने मुझे इस पद के लिए सक्षम समझा। फीफा परिषद सदस्‍य की जिम्‍मेदारी बहुत बड़ी है। मैं न सिर्फ अपने देश बल्कि पूरे महाद्वीप का प्रतिनिधित्‍व करूंगा। एशिया में फुटबॉल की तीव्र प्रगति के लिए आपके विश्‍वास के लिए आप सभी का धन्‍यवाद।’पटेल को एआईएफएफ महासचिव कुशल दास और उपाध्‍यक्ष सुब्रत दत्‍ता का साथ मिला। दत्‍ता ने पीटीआई से कहा, ‘प्रफुल्ल पटेल की जीत भारतीय फुटबॉल के लिए मील का पत्‍थर है। उन्‍हें इसकी ढेरो शुभकामनाएं। वह इस सम्‍मान के हकदार हैं। उनके नेतृत्‍व में भारतीय फुटबॉल ने काफी ऊंचाइयां हासिल की है। एशियाई फुटबॉल को फीफा परिषद सदस्‍य के रूप में उनकी उपस्थिति से काफी फायदा मिलेगा।’

पटेल के नेतृत्‍व में,  एआईएफएफ को मनीला में 2014 में एएफसी वार्षिक पुरस्कार में जमीनी स्तर के लिए एएफसी के राष्ट्रपति मान्यता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, और 2016 में एएफसी सर्वश्रेष्ठ विकासशील सदस्य संघ के लिए एक पुरस्कार दिया गया था।फीफा अंडर-17 विश्‍व कप की सफल मेजबानी के बाद भारत की चारों कोनों से तारीफें हुईं। भारत ने 2020 में होने वाले फीफा अंडर-17 महिला विश्‍व कप की मेजबानी भी जीती। भारतीय क्लब लाइसेंस प्रणाली को एशिया में सर्वश्रेष्ठ में से एक के रूप में करार दिया गया है।