जिले के युवाओंने बनाई शॉर्टफ़िल्म हौसला और रास्ते

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लाखनी,दि.24- हौसला और रस्ते यह शॉर्टफिल्म जिले के युवाओंको बहोत प्रेरणादायी होगी ऐसा प्रतिपादन फेमस लेखक और इस फिल्मके डायरेक्टर रोशन भोंडेकर ने किया| 21 जून 2017 को विश्राम भवन भंडारा में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई थी जिसमे हौसला और रास्ते इस शॉर्टफिल्म के डायरेक्टर रोशन भोंडेकर, सिनेमेटोग्राफर प्रशांत चव्हाण, अक्षित रोहड़ा, संजय वनवे उपस्थित थे| फ़िल्म के निर्माता चेतन भैरम और सहनिर्माता प्रशांत वाघाये विशेष रूप से यहाँ मौजूद थे|
मुंबई… मायानगरी… शूटिंग, कॅमेरा – लाईट – ऐक्शन ये शब्द वहा हमेशाके है| पर ये सारी बाते हालहीमें भंडारा जिलेके तुमसर में देखनेको मिली. बड़ी नोकरी मिलने के बाद बहोतसे लोग गांव की मिटटी को भूल जाते है| पर मूल रूपसे तुमसर निवासी प्रसिद्ध लेखक रोशन भोंडेकर इन्होंने अभी अभी एक टेलीफिल्म दिग्दर्शित की और खुद ही कथा लिखी है| मुंबई पुणे बँगलौर अहमदाबाद (गुजरात) यहाके प्रसिद्ध कलाकारोंके साथ जिलेके बहोत सामान्य व्यक्तीमत्वोने कलाकार के तौर पर काम किया है|. “हौसला और रास्ते” यह इस शॉर्टफिल्म का टाइटल है| गुजराती अभिनेता मौलिक चव्हाण इनके साथ नागपुरकी हिमांशी कावले इन्होंने मुख्य भूमिका निभाई है| अभिनेता मौलिक चव्हाण एक होमेओपेथिक डॉक्टर भी है और शूटिंगके साथही मेडिकल फिल्डको भी समय देते है| मौलिक चव्हाणने “थाई जाशे” और हालही में राष्ट्रिय पुरस्कार सन्मानित गुजराती फ़िल्म “रॉंग साइड राजू” और तमिल फ़िल्म “ओम शांती ओम” और अन्य कई गुजराती फिल्मोमे सहाय्यक अभिनेताके तौर पर काम किया है, मौलिकका “जलसाकर” यह गुजराती फ़िल्म जल्द ही रिलीज़ होनेवाली है| अभिनेत्री हिमांशी पहला कदम फ़िल्ममें बढ़ाया है|
हौसला और रास्ते इस शॉर्टफिल्म के माध्यमसे देशभरमें हो रही किसानोंकी आत्महत्या, जातीभेद, शहरं और गांव के बीच का फासला इन जैसे मुद्दोंपर फोकस किया गया है| इस शॉर्टफिल्म के माध्यमसे भंडारा जिलेके युवाओंने एक नयी पहल की है| भंडारा जिले के वरिष्ठ पत्रकार चेतन भैरम इस शॉर्टफिल्म के निर्माता और प्रशांत वाघाये सहनिर्माता है| किसी भी फ़िल्म के दौरान सिनेमेटोग्राफी यह महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, इस फ़िल्मकी सिनेमेटोग्राफी मुंबईके प्रशांत चव्हाण इन्होंने की है और गुजरातके अमदावादके अक्षित रोहडा इन्होंने उनका साथ दिया है| साथही फ़िल्म की एडिटिंग एवं संगीत देने का काम भी प्रशांत चव्हाण इन्होंने किया है| प्रशांत चव्हाण 1995 में फेमस रियलिटी शो सारेगामापा के विनर रह चुके है और लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड होल्डर है| यांनी केले आहे. विजापुर एलक्क्ल (कर्नाटक) यहाँके मनोज मुद्गल और लाखनीके सुरभी स्टूडियोके अतुल नागपुरे इन्होंने बहोत सुंदर फोटोग्राफी इस फ़िल्म की की है| रोशन भोंडेकर द्वारा डायरेक्ट की गई इस फ़िल्ममें औरंगाबादके वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश जोशी, लाखनीके प्रसिद्ध नाटक कलाकार संजय वनवे, बिज़नेसमॅन अतुल भांडारकर, अंजली भांडारकर, सिहोराके नजदीक गांव रनेराके सरोज बर्वे, तुमसरके नीलेश हंबरडे, मुंबईस्थित  स्वप्निल जांगळे, लाखनीकी दीक्षा जमाईवार, अनन्या भांडारकर इनके साथ अन्य कलाकारोंने काम किया| इस दौरान यह देखा गया की भंडारा जिले में बड़े पैमानेमें कलाकार है, उनमे बहोत ऊर्जा है, लेकीन उन्हे उचित मार्गदर्शन की जरूरत है|
स्थानिक युवाओको विभिन्न क्षेत्रोंके बारेमे जानकारी एवं प्रशिक्षण देणे की जरूरत है|
किसानोंके बच्चे पढ़े, कुछ बड़ा करे ऐसा संदेश इस फ़िल्मके द्वारा दिया गया है| योगेश भोंडेकर इस फ़िल्मके एसोसिएट डायरेक्टर है| अलायंस इन्फ्रावेंचर्सचे स्वप्निल जांगळे और इम्रान शेख साथही प्रशांत वाघाये इन्होंने शूटिंगके लिये सही जगह का चयन किया| व्यंकट भोंडेकर इन्होंने लाइटमॅन के तौरपर काम किया है| फ़िल्मके लिये तुमसरस्थित राजेश मलेवार और मोहगाँव/खदान यहाँके सुदाम पटले साथही दावेझरीके दयाराम सोनवाने और वहांके स्थानिय लोगोंने मदत की| विशेष रूपसे देखा जाये तो कुछ नया इस जिलेमें युवाओं द्वारा हो रहा है जिसकी दखल जिलेके नेतृत्वने लेना जरूरी है| ऐसी विस्तृत जानकारी प्रेस कांफ्रेंसमें वार्तालाप के दौरान टीम के द्वारा दी गई|