बालाघाट में भाजपा प्रत्याशी और पूर्व कृषि मंत्री का विरोध, ग्रामीणों ने गांव से भगाया

0
31

बालाघाट(न्युजखबर साभार)। बालाघाट-सिवनी के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशी का भारी विरोध अभी भी लगातार जारी है। भाजपा प्रत्याशी ढालसिंह बिसेन एवं गौरीशंकर बिसेन से जहां एक ओर सांसद भगत समर्थक भारी नाराज और आक्रोश में हैं तो वहीं कटंगी, वारासिवनी, खैरलांजी क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में भी ग्रामीण पूर्व कृषि मंत्री बिसेन तथा भाजपा प्रत्याशी का अब मुखर होकर विरोध करने पर उतर चुके हैं। स्थिति ऐसी बन रही है कि भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार में जा रहे बालाघाट विधायक एवं पूर्व मंत्री बिसेन को ग्रामीण उनके विरोध में नारेबाजी करते हुए गांव से वापस चले जाने कह रहे हैं।

इसलिए इस बार पूर्व मंत्री बिसेन को सबक सिखाते हुए उन्हें सक्रिय राजनीति से संन्यास दिलाना है। मंत्री बिसेन का विरोध करते हुए उन्हें गांव से भगा देने के बाद ग्राम मानेगांव और पौनिया के ग्रामीणों ने निर्दलीय प्रत्याशी बोधसिंह भगत से फोन पर संपर्क किया और उन्हें अपने गांव अपने बीच पहुंचने कहा। ग्रामीणों के द्वारा जानकारी देने पर तथा गांव में जल्द पहुंचने का आग्रह करने पर बोधसिंह भगत ग्रामीणों से मिलने और जानकारी लेने मानेगांव पहुंचे और वहां के किसानों से मिलकर विस्तृत चर्चा करते हुये चुनाव संबंधी रणनीति पर सभी ग्रामीणों की राय भी ली।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार 12 अप्रैल को पूर्व कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन जब भाजपा प्रत्याशी डॉ. ढालसिंह बिसेन के लिये वोट मांगने कुछ भाजपाईयों के साथ कटंगी के ग्राम मानेगावं पहुंचे तो उन्हें वहां ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। यहां ग्रामीणों ने पूर्व कृषि मंत्री बिसेन से कहा कि कृषि मंत्री रहते हुये आपने हमारे क्षेत्र के लिये यहां के किसानों के लिये क्या किया? हमारे क्षेत्र में नकली बीज खाद की वजह से बहुत से किसानों की फसल खराब और बर्बाद हो गई, उसके नुकसान की भरपाई तथा मुआवजा तक आप दिलवा नहीं पाए। आपके कृषि मंत्री रहते हुए यहां जबरदस्त सूखा पड़ा था, धान की फसलें लगभग पूरी तरह चौपट हो गई थीं इसके बावजूद भी आपने इस क्षेत्र को जानबूझकर सूखाग्रस्त घोषित नहीं होने दिया।
क्योंकि इस क्षेत्र का भाजपा विधायक आपकी पसंद का नहीं था, उससे आपकी नहीं बनती थी। इसी कारण उसका बदला आपने क्षेत्र के गरीब, मजबूर किसान भाईयों से लिया, आपको भगवान कभी माफ नहीं करेगा। आप किस मुंह से यहां वोट मांगने आए हो। कृषि मंत्री बिसेन के सामने ग्रामीणों ने उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए उन्हें खूब खरी खोटी सुनाई। मानेगांव के ग्रामीणों को जैसे ही खबर लगी कि पूर्व कृषि मंत्री बिसेन अपने कुछ समर्थक भाजपाईयों के साथ भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगने आ रहे हैं ग्रामीण एकजुट होने लगे। जैसे ही पूर्व मंत्री बिसेन का काफिला ग्राम मानेगांव पहुंचा, ग्रामीणों ने उनका पुरजोर विरोध किया और मुर्दाबाद, नकली खाद, बीज के दलाल वापस जाओ के नारे लगाए।
ग्रामीणों ने पूर्व मंत्री से कहा कि आपने बोधसिंह भाऊ की टिकट कटवा दी अब 15 साल से कोमा में पड़े दो बार बरघाट का चुनाव हार चुके ढालसिंह बिसेन को भाजपा प्रत्याशी बनवा दिया। उसके लिए वोट मांग रहे हो जिसे न हम पहचानते हैं न वो हमें। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए मंत्री बिसेन अपने कुछ भाजपाई समर्थकों के साथ बिना कुछ कहे उल्टे पांव वहां से नौ-दो ग्यारह हो गए। उसके बाद उसी दिन पूर्व मंत्री बिसेन करीब 1 से 1.30 बजे के बीच कटंगी के ग्राम पौनिया पहुंचे यहां भी बोधसिंह समर्थकों एवं ग्रामीणों ने मंत्री बिसेन के प्रति आक्रोश जाहिर करते हुए जमकर विरोध किया। देखने में आ रहा है कि लोकसभा चुनाव में बालाघाट-सिवनी संसदीय सीट पर भाजपा की टिकट वितरण को लेकर भाजपा में ही दो गुटों के बीच जमकर असंतोष और विरोध चरम पर बना हुआ है।

जिसकी बानगी अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिल रही है खास बालाघाट जिले के वारासिवनी, कटंगी, खैरलांजी क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी ढालसिंह बिसेन और बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन के प्रति भारी आक्रोश है। यहां के लोग भाजपा प्रत्याशी को सिर्फ और सिर्फ गौरीशंकर बिसेन की व्यक्तिगत पसंद बताते हैं जनता की पसंद नहीं। यहां के लोगों का कहना है कि सांसद बोधसिंह भगत ने नकली खाद बीज का मामला उठाया था और इसी वजह से तत्कालीन कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन के साथ उनका विवाद था, इसलिये गौरीशंकर बिसेन ने अपने धनबल के सहारे सांसद भगत की टिकट कटवा दी, जो सरासर गलत है, तानाशाही है, अन्याय है और ये यहां के लोगों को मंजूर नहीं।