अग्निशमन विभाग द्वारा 1 लाख 36 हजार के बोगस बिल पेश:मुकेश कुमार मिश्रा

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निविदा समिती के बिना मंजूरी की गई खरेदी

गोंदिया:गोंदिया नगर परिषद आए दिन भ्रष्टाचार के अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ नए-नए कीर्तिमान बनाने में मानो नगर परिषद के अधिकारियों द्वारा आपस में होड़ मची है कि भ्रष्टाचार के नए-नए रिकॉर्ड कौन सबसे पहले तोड़ता है।
कौन सा अधिकारी सबसे आगे रहता है, गोंदिया नगर परिषद के स्वच्छता विभाग, वाटर सप्लाई, अग्निशमन व अन्य विभाग इसमें सबसे आगे नजर आते हैं। वर्तमान में गोंदिया नगर परिषद अग्निशमन विभाग द्वारा अग्निशमन विभाग के लिए तीन
चैंन शा (कटर मशीन)नगर परिषद कार्यालय में आडिट विभाग से पास कराकर अकाउंट विभाग में पेमेंट हेतु भेजी गई। अग्निशमन विभाग द्वारा खरीदी किए गए कटर मशीन मैं विभाग के अधिकारियों द्वारा जाली बिल प्रस्तुत करने का आरोप सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश कुमार मिश्रा द्वारा 07 मार्च 2025 को निवेदन देकर नगर परिषद के मुख्याधिकारी ,जिलाधिकारी और गोंदिया के विधायक विनोद अग्रवाल से की गई है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि अग्निशमन विभाग द्वारा खरीदी की गई तीन मशीन जो खुले मार्केट में एक कटर मशीन की कीमत 6000 से 7000 रुपए में उपलब्ध है। जे एम पोर्टल के द्वारा खरीदी करना अनिवार्य है। उसमें भी में भी यह मशीन 5000 से लेकर 10000 के बीच में उपलब्ध है। किंतु फिर भी अग्निशमन विभाग के अधिकारी द्वारा जैएम पोर्टल से खरीदी ना करते हुए अपने मन माफीक दुकान से तीन मशीन खरीदी गई। जिसका 136000 का बिल नगर परिषद में पेश किया गया।
जिस मशीन को ₹30 हजार के अंदर खरीदा जा सकता है, उसके लिए अग्निसमन विभाग के अधिकारी द्वारा 1लाख 36 हजारका बिल क्यों पेश किया गया। पहले तो अग्निशमन अधिकारी द्वारा बिना खरीदी किए ही खरीदी के जाली बिल पेश किए थे, किंतु जैसे ही इसकी शिकायत मुकेश कुमार मिश्रा के द्वारा की गई।
उसके पश्चात आनंन फानन में 3 मशीनों की खरीदी की गई। उसके पश्चात फिर से उसकी फोटो खींचकर कार्यालय में भेजी गई।
जिसमें दो पेट्रोल से चलने वाली और एक इलेक्ट्रिक से चलने वाली चैंन शा (कटर मशीन) है। जिसका उपयोग अग्निशमन विभाग द्वारा विशेष परिस्थिति में पेड़ कटाई के लिए किया जाता है। किसी भी प्रकार के सामान खरीदने के लिए नगर परिषद में निविदा समिति गठित है किंतु अग्निशमन विभाग के अधिकारी द्वारा निविदा समिति की मंजूरी लिए बिना ही अपने मनमर्जी से स्वयं खरीदी की जिसमें सांप तौर पर नगर परिषद प्रशासन को एक लाख रुपए से ज्यादा का चूना लगाया गया है। जो काम 20 से 30 हजार में हो सकता है।उसके लिए नगर परिषद प्रशासन से ज्यादा पैसे वसूलने के लिए नगर परिषद कार्यालय में 1लाख 36हजार के बिल आखिरकार क्यों दिए गए?
जिसमें सरेआम नगर परिषद प्रशासन के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा देखी जा सकती है। पहले से ही अग्निशमन विभाग में दो कटर मशीन उपलब्ध हैं विभाग के किसी भी कर्मचारी ने अभी तक खरीदी की गई तीन मशीनों के दर्शन नहीं किए हैं। शिकायत के पश्चात ही बिना खरीदी किया ही पहले जाली बिल प्रस्तुत किए गए थे किंतु शिकायत के पश्चात तीन मशीन खरीदी की गई है ऐसा आप मुकेश कुमार मिश्रा द्वारा निवेदन देकर किया गया था जिसके पश्चात भी नगर परिषद मुख्य अधिकारी द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही अभी तक अग्निशमन अधिकारी पर नहीं की गई है। और नाही किसी भी प्रकार की जाच शुरू है।
अग्निशमन अधिकारी की गिनती भी मुख्याधिकारी के खासमखास अधिकारियों में शामिल होने की बात बताई जाती है।
अग्निशमन अधिकारी द्वारा द्वारा नगर परिषद प्रशासन की दिशा भूल करने के पश्चात भी किसी भी प्रकार की कार्यवाही ना होना अपने आप में मुख्यधिकारी की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह निर्माण करता है?
नगर परिषद गोंदिया के मुख्यधिकारी जो अपने आप को एकदम ईमानदार दिखाने वाले” ना खाऊंगा ना खाने दूंगा ” की डिंग हाकने वाले नप मुख्यधिकारी द्वारा कोनसी कार्रवाई की जाती है।इसमें नगर परिषद अधिकारी, कर्मचारियों के साथ ही शहर की जनता की भी निगाहें लगी हुई है।