तिरोडा– ग्राम इंदौरा खुर्द के साजा नं.11 के पटवारी राजेश भिवगड़े कभीभी कार्यालयके समय के दौरान गांव के पटवारी कार्यालय में उपस्थित नहीं होते हैं और किसानों से अशिष्टता की भाषाका प्रयोग करते हैं। ग्रामीणों ने इन्हें तत्काल हटाए जाने की मांग की है।
वर्तमान में, किसानों को खरीप और रबी सीजन के लिए सभी पंजीकृत दस्तावेजों अर्थात 7-12, नमूना 8-ए की आवश्यकता है। पटवारी कार्यालय में वे अनुपस्थिति पर कहते हैं कि आप किसान मेरे घर आओ, मैं आपका नौकर नहीं हूं। और किसानों से अशिष्टता की भाषाका प्रयोग करते हैं।
फसल का निरीक्षण करने के बाद वे अपने पटवारी रिकॉर्ड पर प्रविष्टि दिखाने के लिए भी पैसे की मांग करते हैं। अन्यथा वे कहते हैं कि इसे रिकार्ड नहीं किया जाएगा। फेरफार के लिए प्रति गट 2000 रुपये की मांग की जाती है. कारण पूछने पर , यह मेरी फीस है, आप कलेक्टर, एसडीओ, तहसीदार से शिकायत कर दो, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। वे हमेशा किसानों को धमका रहे हैं और अपमानित कर रहे हैं। इन्हें तत्काल हटाए जाने की मांग ग्रामीणों ने ग्राम राजस्व मंत्री ना. राधाकृष्ण विखे पाटिल से की है । सरपंच उपसरपंच सहित पचास ग्रामीणों के हस्ताक्षर वाले इस शिकायत पत्र की प्रतिलिपि आयुक्त राजस्व मंडल नागपुर, कलेक्टर गोंदिया, उपविभागीय अधिकारी तिरोड़ा और तहसीलदार तिरोड़ा को भी दी गई है.